2009 में इस शीर्षक के तहत, द स्पिरिट लेवल चर्चित किताब भी आयी।
3.
इस अवधारणा के तहत खुशहाल देश का मिजाज (द स्पिरिट लेवल) बेहतर होता है।
4.
उसी पुस्तक से स्पष्ट होता है कि जल द्वारा तलमापन (levelling) किया जाता था, जो आजकल स्पिरिट लेवल (spirit level) से किया जाता है।
5.
दृष्टिभ्रम भी भरपूर होते हैं. तिरछी दिखनेवाली सतह स्पिरिट लेवल से देखने पर समतल निकलती है.परिणामस्वरूप बौना व्यक्ति ऊंचा प्रतीत होता है और ऊंचा बौना लगता है.गेंद चढ़ाई की ओर लुढ़कती है वगैरह.एक निश्चित क्षेत्र में यह होता है उस सीमा के बाहर आते ही सब सामान्य हो जाता है.